शर्मीली वेद Part 1
स्त्री पुरुष गर्भदान के समय परस्पर मिल कर प्रेम से पूरित हो कर मुख से मुख , आँख से आँख , मन के साथ मन , शरीर के साथ शरीर का अनुशंधान कर के गर्भ का धारण करें ::::::::::::;
क्या ये अश्लीलता नहीं है? क्या कोई आर्य इसे अपनी माँ बेहेन के सामने पढ़ सकता है? आर्य गधे दुसरे धर्म में अश्लीलता क्यों ढोंडते हो? जब तुम में खुद ही है।।।
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