ब्रम्हणो के सर्वोच्च
देवता ब्रम्हा जिससे ब्रम्हणो का जन्म भी हुआ ऊनके विषय मेँ कुछ
रोचक जानकारी
-भविष्य पुराण मेँ लिखा है कि ब्रम्हा के वीर्य से 88 हजार
ऋषियोँ का जन्म हुआ और उस वीर्य का कुछ भाग एक मछली सटक
गई उसके अदंर से कवि नारायण(मछेँद्रनाथ) का जन्म हुआ।
ब्रम्हा के वीर्य का कुछ अंश रेवा नदी के किनारे जा गिरा जिस से
चमस नारायण
उत्पन्न हुए।
उसी वीर्य का कुछ भाग एक नागिन ने खाया जिसके
अंडे से अविहोत्र नारायण(नागनाथ) का जन्म हुआ।
पार्वती को शादी के मंडप मेँ देख कर ब्रम्हा का वीर्य पात
हो गया। उस वीर्य
को ब्रम्हा ने पैरोँसे चारोँ ओर पृथ्वी पर गिरा दिया। उस वीर्य से
60 हजार बाल
खिल्द ऋषियोँ का जन्म हुआ।
हिमालय पर अपनी पुत्री को देख कर ब्रम्हा का वीर्य धरती पर
जा गिरा वीर्य का कुछ भाग एक हाथी के
कान मेँ जा गिरा जिससे प्रबुद्ध नारायण का जन्म हुआ।
कोई
महामूर्ख ही इन
बातो पर विश्वास करेगा..
अच्छा हो गया ब्रम्हा ने वो दिन किसी देवी के साथ
नही गुजारा वरना ना जाने क्या क्या पैदा हो जाता..
नोट: कोई भी वयक्तीत बेहस करने से पेहले भविष्य पुराण मे
ईसकी पुष्ठी कर ले..
Kitani Ashlilata Hai Hindu O ke Dharm Granthon Main...
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